Experts on 'BBNJ Treaty' needed to protect oceans: French special envoy
“यह ट्रम्प के चुनाव के बाद पहली संयुक्त राष्ट्र महासागर शिखर बैठक है... इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के देश प्रमुख हितधारक हैं... वे ब्लू इकॉनमी के पहले लाभार्थी हैं... नौवहन, मछली पकड़ना, समुद्री सेवाएं... समुद्र का भविष्य उनके लिए चिंता का विषय है... BBNJ संधि को लागू करना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए।”
उन्होंने यह भी कहा कि भारत, जिसने जुलाई 2024 में इस संधि पर हस्ताक्षर किए थे, अब उसे अनुमोदित (ratify) भी करना चाहिए।
क्या है BBNJ संधि?
BBNJ (High Seas Treaty) एक अंतरराष्ट्रीय संधि है जो 'संयुक्त राष्ट्र समुद्री कानून संधि (UNCLOS)' के अंतर्गत आती है। इसका उद्देश्य उच्च समुद्री क्षेत्रों (High Seas) में जैव विविधता की दीर्घकालिक सुरक्षा को सुनिश्चित करना है।
इस संधि के तहत:
-
समुद्री संसाधनों पर कोई देश संप्रभु अधिकार नहीं जता सकता।
-
संसाधनों से होने वाले लाभ का न्यायसंगत और समान वितरण सुनिश्चित किया जाता है।
-
पर्यावरणीय प्रभाव मूल्यांकन, क्षेत्र आधारित प्रबंधन उपकरण, पारंपरिक और वैज्ञानिक ज्ञान का उपयोग, और एहतियाती सिद्धांत पर जोर दिया गया है।
-
यह संधि SDG 14 (पानी के नीचे जीवन) समेत कई सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करेगी।
महासागर संकट और वैश्विक चिंता
फ्रांसीसी राजनयिक सूत्रों के अनुसार, महासागर आज भी 17 सतत विकास लक्ष्यों में सबसे कम वित्तपोषित क्षेत्र है। उन्होंने यह भी कहा कि
"जलवायु परिवर्तन से उत्पन्न 90% अतिरिक्त गर्मी महासागर अवशोषित कर रहे हैं, जिससे समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र और तटीय समुदायों पर भारी असर पड़ रहा है।"
2025 संयुक्त राष्ट्र महासागर सम्मेलन: क्या होगा खास?
-
तिथि: 9 से 13 जून, 2025
-
स्थान: नीस, फ्रांस
-
आयोजक: फ्रांस और कोस्टा रिका
-
विषय: “कार्य में तेजी और सभी हितधारकों को महासागर संरक्षण के लिए एकजुट करना”
-
सम्मेलन में 16 प्रशांत क्षेत्रीय राष्ट्रों के राष्ट्राध्यक्ष, वैज्ञानिक, तकनीकी विशेषज्ञ और उद्योग जगत के लोग हिस्सा लेंगे।
-
ब्लू इकॉनमी, समुद्र स्तर में वृद्धि से प्रभावित शहरों और क्षेत्रों पर चर्चा, और BBNJ संधि को लागू करने पर ज़ोर सम्मेलन का मुख्य फोकस रहेगा।


टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें