Lucknow एयरपोर्ट पर Saudia विमान में धुआँ, हज यात्री सुरक्षित उतारा गया

लखनऊ, 16 जून 2025 (ANI): हज यात्रियों को लेकर जेद्दा से आई लखनऊ एयरपोर्ट पर Saudia Airlines की फ्लाइट में लैंडिंग के तुरंत बाद पहियों से धुआँ उठता देखा गया। फ्लाइट जेद्दा से हज यात्रियों को लेकर आई थी। राहत की बात यह रही कि सभी यात्री सुरक्षित उतार लिए गए और एयरपोर्ट संचालन पर कोई असर नहीं पड़ा।

संयुक्त अरब अमीरात के जेद्दा से लखनऊ आ रही Saudia Airlines की एक फ्लाइट में लैंडिंग के तुरंत बाद टायरों से धुआँ और चिंगारियां निकलने के चलते यहां चौंकाने वाला दृश्य देखने को मिला। लेकिन, एयरपोर्ट के ARFF (Aircraft Rescue & Fire Fighting) दल ने तुरंत कार्रवाई कर स्थिति को नियंत्रण में लेते हुए किसी भी प्रकार के नुकसान और यात्रियों के खतरे को टाला।

Visuals from Lucknow Airport (Photo/ANI)

यह घटना 15 जून रविवार सुबह लखनऊ के चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर हुई, जब जेद्दा से जा रही Saudia की फ्लाइट SV‑312 या LH752 (ANI में नकलें) ने लैंडिंग की। टायरों से निकल रहे धुएँ और चिंगारियों को देख एयरपोर्ट स्टाफ ने ARFF को तुरंत सूचना दी और विमान के पहियों तक पहुंच कर तेज़ी से फोम और पानी का उपयोग करके आग लगने से पहले ख़तरा टाल दिया । अधिकारियों ने बताया कि धुएँ के कारण की प्रारंभिक जांच में हाइड्रॉलिक लीक का संकेत मिला जमीन पर हाइड्रॉलिक तेल लीक होने से पहिया तेज़ी से गर्म हुआ और उससे ड्रिब्ल हो गया

यात्री और विमान की स्थिति:

घटना के समय विमान में लगभग 242–250 हज-यात्री सवार थे, जो सभी सुरक्षित और शांतिपूर्ण तरीके से डिबोर्ड किए गए। किसी प्रकार की हानि या क्षति की सूचना नहीं मिली, और एयरपोर्ट परिचालन बिना किसी बाधा के जारी रहा । विमान को तकनीकी निपटान के बाद आज फिर खाली लौटने की परमिशन दी गई। शुरुआती जांच में हाइड्रॉलिक सिस्टम का लीक सामने आया है, जो वहाबरी टायर की गर्मी का प्रमुख कारण हो सकता है । ARFF दल और Saudia के तकनीकी कर्मचारियों ने मिलकर मात्र 20 मिनट में धुएँ को नियंत्रित किया, यह प्रतिक्रिया विमान सुरक्षा मामलों में तत्परता का जीवंत उदाहरण है। स्थिति को मामूली और संतुलित बताया गया, लेकिन तकनीकी जांच जारी रहने की बात कही गई है

कुछ ही दिन पहले, 13 जून को दिल्ली आने वाली Air India की फ्लाइट को भी बम धमकी के चलते यू-टर्न लेकर वापस जाना पड़ा था, जो सुरक्षा सतर्कता का हिस्सा था । इसके अलावा, 12 जून को अहमदाबाद के पास एक Boeing 787 ड्रीमलाइनर क्रैश हुआ जिसमें 241 यात्रियों की मृत्यु हो गई

इस घटना ने दो महत्वपूर्ण बातों पर ध्यान आकर्षित किया:

  1. रीप्लाय टाइम प्रतिक्रिया: ARFF और तकनीकी टीम की तत्पर प्रतिक्रिया संभवतः विमान और यात्रियों की सुरक्षा में निर्णायक साबित हुई।

  2. तकनीकी जांच की आवश्यकता: हाइड्रॉलिक लीक जैसी छोटी तकनीकी खराबी को भी गंभीर मानते हुए पूर्ण जाँच-प्रक्रिया चलाना विशेष आवश्यक है।

राज्य एवं केंद्र सरकार के विमान सुरक्षा एजेंसियां मिलकर आगे की तकनीकी जांच पूरी करेंगे, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके। वहीं हज यात्रियों को सुरक्षित ढंग से उनके गंतव्य तक पहुँचाने के लिए एयरलाइन ने सभी व्यवस्था सुनिश्चित की।

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